Agni V : Bharat Ki Missile Shakti
Agni Missile Series: Bharat Ki Missile Shakti
इस आर्टिकल में हम बात करने वाले हैं भारत के एक बहुत ही शक्तिशाली हथियार प्रणाली के बारे में - अग्नि 5 । 20 अगस्त, 2025 को भारत नें चांदीपुर, ओड़िसा में अग्नि 5 का सफल परिक्षण किया। यह मिसाइल परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है, और इसकी मारक क्षमता 5000 किलोमीटर से ज्यादा है। इसकी रेंज में पूरा एशिया महाद्वीप आता है। यह परिक्षण DRDO और Strategic Forces Command के देख रेख में हुआ। इस मिसाइल में MIRV (Multiple Independently Targetable Reentry Vehicles) की क्षमता भी है, मतलब यह मिसाइल एक से ज्यादा warhead को एक साथ ले जा सकती है, और एक से ज्यादा लक्ष्यों पर हमला कर सकती है।
अग्नि मिसाइल के बारे में जानकारी
पहली अग्नि मिसाइल का परिक्षण 1989 में एक प्रोद्योगिकी प्रदर्शन के लिए किया गया था। इस मिसाइल निर्माण IGMDP (Intigrated Guided Missile Development Programme) अंतर्गत शरू किया गया था, पर बाद में इसकी महत्वता को समझते हुए इसे एक अलग प्रोजेक्ट बना दिया गया। 1989 से लेकर आज तक ये मिसाइल और अधिक उन्नत होती जा रही है।
यही कारण है की आज भारत के पास लम्बी दूरी, सतह से सतह मार करने वाली अग्नि मिसाइल है जो परमाणु हथियार ले जा सकती है। और इस मिसाइल को भारतीय सेना के Strategic Force Command को सौंप दी गई है।
अग्नि मिसाइल का इतिहास और विकास
जब को जब अपने पडोसी देशों से खतरा महसूस होने लगा तब DRDO नें 1980s में इस मिसाइल पर काम करना शुरु किया और 1989 में इस मिसाइल AGNI-1 का ओड़िसा चांदीपुर Test Range में परिक्षण किया गया।
1980 में यह मिसाइल IGMDP का हिस्सा था, जिसके अंतर्गत पृथ्वी, आकाश, त्रिशूल और नाग मिसाइल भी बनाई गई, परन्तु अग्नि को अधिक महत्त्व दिया गया क्यूंकि यह Nuclear deterrence के महत्वपूर्ण थी।
समय के साथ साथ इस मिसाइल में बहुत सारे बदलाव किये गए better propulsion, guided system और साथ ही साथ इसकी मारक क्षमता को भी काफी बढाया गया। Quick launch के लिए इस मिसाइल में solid fule का इस्तेमाल किया गया है। इस मिसाइल में Ring laser gyro inertial navigation system, GPS/NavIC sattelite guidance और Terminal face में Imaging infrared homing का इस्तेमाल किया गया है। सबसे ख़ास बात यह है ये सब indigenously मेक इन इंडिया के तहत बनाया गया है।
अग्नि मिसाइल के Variants Aur Specifications
अग्नि मिसाइल श्रंखला में कई मिसाइल है जिनकी अलग अलग क्षमताएं हैं। ये सारी मिसाइल रोड-मोबाइल या रेल-मोबाइल हैं जिन्हें आसानी से दूसरी जगह ले जाया जा सकता है। चलिए अग्नि श्रृखला के सभी मिसाइलओं के बारे में और अधिक जानते हैं।
अग्नि 1 (Medium Range Ballistic Missile - MRBM)
- मारक क्षमता : 700 से 1000 किलोमीटर
- विष्फोटक : 1000 किलो (Nuclear या सामान्य)
- इंजन : Single-stage solid fuel
- लम्बाई / वजन : 15 मीटर / 12,000 किलो
- सटीकता (CEP) : 25 मीटर
- सेवा में : 2009
- पिछला परिक्षण : 2012, अब्दुल कलाम द्वीप पर
अग्नि 2 (Medium Range Ballistic Missile - MRBM)
- मारक क्षमता : 2000 से 3,500 किलोमीटर
- विष्फोटक : 820 से 2,000 किलो
- इंजन : Two and half stage solid fuel
- लम्बाई / वजन : 20 मीटर / 16,000 किलो
- सटीकता (CEP) : 30 से 40 मीटर
- सेवा में : 2006
- पहला परिक्षण : 1999, Nuclear Version
अग्नि 3 (Intermediate Range Ballistic Missile - IRBM)
- मारक क्षमता : 3,000 से 5,000 किलोमीटर
- विष्फोटक : 2,500 किलो
- इंजन : Two-stage solid fuel
- लम्बाई / वजन : 17 मीटर / 50,000 किलो
- सटीकता : 40 मीटर
- सेवा में : 2001
- विशेषता : ज्यादा सटीक और छोटे Nuclear विस्फोटक ले जा सकती है
अग्नि 4 (Intermediate Range Ballistic Missile - IRBM)
- मारक क्षमता : 3,500 से4,000 किलोमीटर
- विष्फोटक : 800 से 1,000 किलो
- इंजन : Two-stage solid fuel
- लम्बाई / वजन : 20 मीटर / 17,000 किलो
- सटीकता : 10 मीटर
- सेवा में : 2014
- विशेषता : अग्नि 2 और अग्नि 3 में जो कमी है उसको पूरा करती है और इसमें स्वदेशी रिंग लेज़र gyro और composite राकेट motor का इस्तेमाल किया गया है
अग्नि 5 (Intercontinental Ballistic Missile - ICBM)
- मारक क्षमता : 5,000 किलोमीटर (7000 से 8000 किलोमीटर तक बढाया जा सकता है)
- विष्फोटक : 1,500 किलो (6 से 10 MIRV )
- इंजन : Three-stage solid fuel
- लम्बाई / वजन : 17.5 मीटर / 50,000 किलो
- सटीकता : 10 से 80 मीटर
- सेवा में : 2019
- विशेषता : Canisterized launch है, जिसके वजह से इससे बहुत कम समय में कही से भी launch किया जा सकता है
अग्नि-P (Prime - Medium Range Ballistic Missile - MRBM )
- मारक क्षमता : 1000 से 2000 किलोमीटर
- इंजन : Two-stage solid fuel
- लम्बाई / वजन : 10.5 मीटर / 11,000 किलो
- विशेषता : उन्नत तकनीक
अग्नि-6 (Intercontinental Ballistic Missile - ICBM)
- मारक क्षमता : 8000 से 12000 किलोमीटर
- विशेषता : MIRV तकनीक, विश्व में पहुँच
- स्थिति : अभी बनाई जा रही है
हाल में जो परिक्षण हुआ था - 20 अगस्त, 2025
20 अगस्त 2025 को अग्नि 5 का परिक्षण सफल रहा ।
- परिक्षण स्थल : चांदीपुर,ओड़िसा (ITR)
- उद्देश्य : Full range, MIRV technology validate, nuclear deterrence boost
- निष्कर्ष : मिसाइल अपने अपना सारा लक्ष्य हासिल किया
यह परिक्षण भारत की no-first-use policy का समर्थन करता है । मिसाइल की गति न्यूनतम 24 मैक (यानी लगभग 29,600 किलोमीटर / प्रति घंटा) है। भारत अब दुनिया के 8 elite ICBM क्लब में शामिल हो गया है ।
अग्नि सीरीज की रणनीतिक महत्वता
अग्नि मिसाइल भारत की आत्म रक्षा को अधिक मजबूत करती है ।
- चीन के खिलाफ: रणनीतिक संतुलन बनाए रखें
- पाकिस्तान के लिए: महत्वपूर्ण प्रतिरोध आत्मनिर्भर
- भारत: स्वदेशी तकनीक और मेक इन इंडिया पहल को बढ़ावा दें
अग्नि श्रृंखला का विकास डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के विजन का परिणाम है, जिन्होनें मिसाइल कार्यक्रम की नींव रखी थी।
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